व्यक्तिगत कर्ज करार हिंदी में (FORMAT OF PERSONAL LOAN AGREEMENT IN HINDI)

व्यक्तिगत कर्ज करार

व्यक्तिगत कर्ज करार यह कर्ज करार गुरूग्राम पर दिनाँक  _ _ /_ _ /2021 को हुआ है ।

मध्य में

xxxxxxx पुत्र श्री xxxxx, निवासी गांव xxxx, तहसील xxxx, जिला xxxxx, पिन कोड ‌xxxxxx, इसके बाद “ऋणदाता (Lender)” के रूप में सन्दर्भित किया गया है, (जब तक कि विरोध या संदर्भ के संदर्भ में अभिव्यक्ति नहीं होती है, तब उनके संबंधित कानूनी उत्तराधिकारी (Legal Heirs), निष्पादक (Executors), कानूनी प्रतिनिधि (Legal Representatives), नामांकित व्यक्ति (Nominees), उत्तराधिकारी (Successors), और प्रशासक (Administrators) शामिल होंगे) प्रथम पक्ष

और

xxxxxxर (आधार नंबर xxxxxxxx, पेन (PAN) नंबर xxxxxxxx) पुत्र श्री रिशीपाल, निवासी गांव xxxx_____), तहसील xxxx, जिला xxxxxx, xxxx, पिन कोड‌ xxxxx, इसके बाद ” कर्जदार/ऋणी (Borrower/Loanee)” के रूप में सन्दर्भित किया गया है, (जब तक कि विरोध या संदर्भ के संदर्भ में अभिव्यक्ति नहीं होती है, तब उनके संबंधित कानूनी उत्तराधिकारी (Legal Heirs), निष्पादक (Executors), कानूनी प्रतिनिधि (Legal Representatives), नामांकित व्यक्ति (Nominees), उत्तराधिकारी (Successors), और प्रशासक (Administrators) शामिल होंगे) द्वितीय पक्ष

जबकि, कर्जदार को पैसों सख्त की जरूरत है और इसलिए वह ऋणदाता के पास आया है और ऋणदाता से xx (xxxx) महीनों के लिए xxxx रूपये/ (xxxxxxx रूपये/-) का व्यक्तिगत कर्ज देने के लिए कहा है ।

जबकि, ऋण दाता और कर्जदार/ऋणी के बीच आपस में यह निश्चित समझौता हुआ है कि उपरोक्त राशी 48,000 रूपये/ (अडतालीस हजार रूपये/-) पर  xxx% (xxxx परसेंट) हर महीने (P.M.) के हिसाब से साधारण ब्याज xxxxx रूपये/ (xxxxx  रूपये/-) हर महीने कर्जदार/ऋणी ऋणदाता को देगा ।

अब एतद्वारा पार्टियों के बीच निम्न अनुसार सहमति व्यक्त की गई है:

  1. यह कि कर्जदार ने ऋणदाता से xxxxxरूपये/ (xxxxx रूपये/-) कर्ज के रूप में उधार लिए हैं ।
  2. यह कि कर्जदार ने ऋणदाता से ऋण/कर्ज xx (xxx) महीनों (दिनांक xxxxxxx से xxxx तक) के लिए लिया है ।
  3. यह कि कर्जदार ऋणदाता को x% (x परसेंट) हर महीने (P. M) के हिसाब से उपरोक्त राशी पर xx रूपये/ (xxxxx रूपये/-) हर महीने ब्याज देगा ।
  4. यह कि कर्जदार ऋणदाता को हर महीने की 1 तारीख को ब्याज का भुगतान करेगा ।
  5. यह कि अगर कर्जदार 10 तारीख तक ऋणदाता को ब्याज नहीं देता है तो उस ब्याज की राशि को अगले महीने के लिए मूलधन समझा जाएगा और कर्जदार इस राशि पर ब्याज देने के लिए बाध्य होगा ।
  6. यह कि कर्जदार ने ऋणदाता को xxxxxxx रूपये/ (xxxxx रूपये/-) का बिना तारीख का चैक (Undated Cheque) दिया है जिसका नंबर xxxx, बैंक अकाऊंट नम्बर xxxxxxx और बैंक पता xxxxxxx और इस चैक (Cheque) को कर्जदार ने स्वयं अपने हाथ से हस्ताक्षर करके ऋणदाता को दिया है ।
  7. यह कि जिस अकाउंट (Account) का उपरोक्त चैक कर्जदार ने दिया गया है, वह अकाउंट चालू है ।
  8. यह कि अगर कर्जदार ऋणदाता को लगातार दो महीने तक ब्याज नहीं देता है तो ऋणदाता को अधिकार होगा कि वह ऊपर दिए गए सिक्योरिटी चैक (Security Cheque) को जमा कर अपनी राशि मूलधन को ब्याज सहित कर्जदार से ले सकता है । कर्जदार अपने अकाउंट में उचित राशि रखने को बाध्य होगा ताकि उपरोक्त चैक डिसओनर (Dishonor) ना हो और इन्कैश् (Encash) हो सके ।
  9. यह कि कर्जदार ऋणदाता को बिना बताएं अपने उस बैंक अकाउंट को बंद नहीं करेगा जिसका चैक उसने ऋणदाता को दिया हुआ है और अगर कर्जदार अपना अकाउंट बंद करता है तो कर्जदार ऋणदाता को उपरोक्त चैक के स्थान पर दूसरा चैक देगा जो चालू खाते का होगा ।
  10. यह कि अगर कर्जदार चाहे तो ऋण राशि का समयावधि से पहले भुगतान कर सकता है और अगर वह ऐसा करता है तो कर्जदार ने जिस समयावधि के लिए ऋण लिया है उस समयावधि का ऋणदाता को पूरा ब्याज देने के लिए कर्जदार बाध्य होगा ।
  11. यह कि अगर कर्जदार समय पर ब्याज या मूलधन का भुगतान नहीं करता है तो ऋणदाता को यह अधिकार है कि वह ऋणराशि को ब्याज सहित सिक्योरिटी चैक जमा करके प्राप्त कर सकता है और ऋण दाता को यह भी अधिकार है कि वह रिकवरी का दावा डालकर ऋण राशि को ब्याज सहित प्राप्त कर सकता है अगर ऐसा होता है तो कर्जदार कानूनी खर्चे व दावे से संबंधित अन्य खर्चो को देने के लिए स्वयम् बाध्य होगा ।
  12. यह कि कर्जदार स्वीकार करता है कि सारा कर्ज करार कर्जदार की उपस्थिति में पूरा किया गया है और कर्जदार ने करार के सारे नियम एवं शर्तों को पढ़ और समझ लिया है । कर्जदार इस बात को भी स्वीकार करता है कि करार के उक्त नियम एवं शर्तों को कर्जदार द्वारा अपनी जाने वाली भाषा में कर्जदार को समझाएं गए और कर्जदार विभिन्न धाराओं के पूरे अर्थ समझ गया है और इस करार धारणा की पुष्टि करने और समझने के बाद हस्ताक्षर किए हैं ।
  13. यह कि अगर इस कर्ज से संबंधित कोई विवाद होता है तो उसका अधिकार क्षेत्र xxxxxxx होगा ।

साक्ष्य के रूप, में दोनों पक्षों ने उपरोक्त वर्णित सभी नियमों और शर्तों और अनुसूची में बताए गए दिन, महीना और वर्ष पर स्वीकृति में इस करार पर हस्ताक्षर किए हैं ।

साक्षीगण:

  1. ____________________________                                                                                               हस्ताक्षर (प्रथम पक्ष)
  2. ____________________________                                                                                               हस्ताक्षर (द्वितीय पक्ष)

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